Monday, May 14, 2018

क्या समूह साधना, संघ शक्ति कर सकती है चमत्कार ? आज से 45 साल पूर्व 14 मई 1973 को अमेरिका का सर्वप्रथम स्पेस स्टेशन और सूर्य के अभ्यास के लिए बनाया गया स्काईलैब लांच किया गया था l 80 हजार किलोग्राम का एक बड़े घर जीतना बड़ा स्टेशन वैज्ञानिकों के कंट्रोल के बाहर चला गया और उसके पृथ्वी पर कहीं पर भी गिरने की आशंका जताई गई थी l उस समय मैं इंजीनियरिंग पढ़ रहा था और गुरुदेव युग ऋषि श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने शाम के समय समूह साधना में गायत्री मंत्र और सूर्य ध्यान के द्वारा स्काईलैब को धक्का लगाते हुए निर्जन समुंदर में गिरने का ध्यान कराया था lमुझे इस पर विश्वास उस समय नहीं था परंतु मैंने देखा की पूरे विश्व में इस प्रकार की ध्यान साधना की गई जिसमें हम पुरोहित परिवार भी शामिल थे, स्काई लैब जैसा बताया गया था उसी तरह शाम के समय भारतीय समुद्र और पर्थ ऑस्ट्रेलिया के समुद्र किनारे पर 1979 जा गिरा lएक भी इंसान हताहत नहीं हुआ l मेरे लिए यह अध्यात्म का एक वैज्ञानिक चमत्कार था lउसके बाद फिर ऐसी कई साधनाओं को देखा l 2012 में समूह सौर साधना वर्ष के दौरान सूर्य को संतुलित होते देखा जिसके ऊपर मेरे पत्राचार से नासा भी हैरान हो गई और उसने इसके ऊपर डिटेल से जानना चाहा l मुझे विश्वास है कि अगर थोड़े वैज्ञानिक साधन हमें मिल सकते हैं तो हम इन साधनाओं को वैज्ञानिक स्तर पर सिद्ध भी कर सकते हैं l दिव्यदर्शन पुरोहित ,गुरुदेव ऑब्जर्वेटरी ,गायत्री प्रज्ञापीठ , करेली बाग ,बड़ोदरा l Image credit : NASA

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