विज्ञान का अद्यतन अविष्कार बता रहा है की मानव पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र को और उसमे आये बदलाव को देख/समज सकता है। मानव के रेटिना का एक प्रोटीन व कुछ सेल्स इनके लिए जिम्मेदार है। इसका मतलब है की सूर्य साधना की मदद से सूर्य के प्रत्येक चुंबकीय बदलाव के कारण पृथ्वी के मेग्नेटिक फिल्ड में होने वाले परिवर्तन को देखा जा सकता है। जिससे व्यक्ति सहज ही भविष्यदृष्टा हो जाता है । और गुरुदेव वेधशाला की मान्यता तो यह भी है की सामूहिक साधना से इस मेग्नेटिक फिल्ड को बदला भी जा सकता है।
VAYAM RASTRE JAGRUYAM PUROHITA
I FOLLOW YUGRISHI PT.SHRI RAM SHARAMA ACHARAYAJI.ACCORDING TO HIM WE ARE JAGAD GURU,WE HAVE TO STRENTHEN OUR COUNTRY,OUR PLANET AS A REAL MASTER "PUROHIT" . RIDVEDA SAID THIS AS "VAYAM RASTRE JAGRUYAM PUROHITA" MEANS WE ARE THE PERSON WHO HAVE COURAGE TO DEVELOP OUR GLOBE.
Sunday, June 29, 2025
World Asteroid Day
Best wishes for "World Asteroid Day " : पृथ्वी और उनके जीवन के लिए लिए सदैव खतरनाक रहे लघुग्रह के ऊपर जनचेतना जगाने ,लघुग्रह से बचने के मार्ग खोजने के लिए पूरा विश्व आज एकजुट होकर
" विश्व क्षुद्रग्रह दिवस " मना रहा है। आशा रखे की इसकी फलदायी उपलब्धियां जल्दी ही सामने आये।
Image credit : ESA https://www.facebook.com/share/v/1FA1vjDkRV/
https://youtu.be/W1Tcg7tzsZY
प्रस्तुति: #gurudevobservatory
Saturday, June 28, 2025
सर्वोच्च
वेद विज्ञान : वेद ऋचा के दर्शक ऋषि अध्यात्म वैज्ञानिक थे l उनके प्रत्येक मंत्र में दर्शन व विज्ञान छुपा हुआ था ,यथा विश्व विख्यात शांति मंत्र ओम द्यौः शांति...... को देखें l उसमें शुरुआत में ब्रह्मांड यानी स्पेस की शांति के बाद अंतरिक्ष की शांति मांगी गई है l हजारों साल पूर्व से ऋषि जानते थे अंतरिक्ष यानी पृथ्वी का वातावरण है l पर्यावरण की शांति के साथ वह आगे पृथ्वी ,वनस्पति, जल ,औषधि के साथ विश्वदेव यानी कि ब्रह्मांड को चलाने वाली अनेकविध ऊर्जाओं को शांत होने की प्रार्थना करते हैं l यानी वे कॉस्मिक रेज़ ,ऊर्जाओं को भी जानते थे l अंत में वह स्वयं परब्रह्म को भी शांत स्थिर होने की प्रार्थना करते है l यह केवल ऋषि ही कर सकते है l और सर्वांत में शांति भी, मंगलमय शांति हो ऐसा कहकर दर्शन शास्त्र की सर्वोच्च स्थिति दर्शाते हैं l भूल केवल हमसे ही हुई हैं कि हम वेद के इस विज्ञान को पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत ही नहीं कर पाए l जिसके चलते पाश्चात्य के 500 -1000 साल पहले हुए वैज्ञानिकों का नाम गर्व से बोला जाता है और ऋषि परंपरा को विस्मृत कर दिया गया है lआओ शपथ उठाएं की वेद विज्ञान को फिर से विश्वव्यापी बनाएंगे l image credit : NASA, ESA, ESO, HST
प्रस्तुति : #gurudevobservatory
Tuesday, June 24, 2025
कृतज्ञता
गुरुदेव वेधशाला द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर वर्चुअल सेशन इवेंट का आयोजन किया गया। इस इवेंट के रजिस्ट्रेशन का कृतज्ञता कार्ड यूनाइटेड नेशन के पर्यावरण प्रोग्राम की टीम के द्वारा भेजा गया। जिसके लिए गुरुदेव वेधशाला उनकी कृतज्ञ है।आइए हम सब मिलकर के माता प्रकृति को स्वच्छ,सुरक्षित और सुरभित करने की अपनी प्रतिज्ञा का आजीवन निर्वहन करें।माता प्रकृति का जीवन अर्थात हम सब का जीवन।
સાવધાન
અત્યારે બપોર નાં ઉપગ્રહિય ચિત્ર જોતા વડોદરા, વલસાડ,સુરત,ડાંગ,મહીસાગર,દાહોદ,નર્મદા,ભરૂચ સહિત દક્ષિણ ગુજરાત નાં મોટાભાગ નાં સ્થળો ઉપર અત્યંત ભારે વરસાદ તથા ગાજવીજ સાથે પવન ફુંકાવાની સંભાવના છે. ચિત્ર(C): IMD
Monday, June 23, 2025
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