आज देवशयनी एकादशी 23/07/2018 को गुरुदेव वेधशाला,श्री गायत्री प्रज्ञापीठ,करेलीबग,वड़ोदरा पर श्री दादा गुरुदेव के चित्र के ठीक निचे और सजल श्रद्धा के ठीक ऊपर एक बिम्ब उभर कर आया ,जिसमे सूर्य का बिम्ब (फोटोस्फीयर ) ,रंगावरण (क्रोमोस्फियर ) और तेजोवलय ( कोरोना ) एकदम साफ़ नजर आ रहे है। यह हुमिडीटी से उपजा हुआ नहीं लग रहा क्योंकि इतना परफेक्ट सेप उससे बनना मुश्किल है। वैज्ञानिक के नजरिये से इसे कोई चमत्कार भी नहीं कह सकते क्योंकि हरेक के पीछे कोई न कोई कारन होता है मगर यह हुआ क्यों यह वास्तव में शोध का विषय है।और एक सूर्य उपासक ,गायत्री उपासक की दृस्टि से यह युग परिवर्तन का कोई असाधारण चिन्ह है जो कुछ दिशा निर्देश करता है। आश्चर्य की बात यह है की आज ही सूर्य बिम्ब पर एक अति विशाल कोरोनल हॉल भी उभरा है जो ठीक पृथ्वी के सामने है। समय ही बताएगा सत्य। पुनातु माम् तत्सवितुर्वरेण्यं।
Image of the Sun suddenly appear on the wall,why it happened is the subject of research but shape was perfect & shows Photosphere, cromosphere & Corona of the Sun very sharply.Humidity could not make such an aligned pefect image .It is coincidence that a giant coronal hole facing the earth has been appeared today on the Sun
https://youtu.be/5L7Jk__TAXU
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