Thursday, September 27, 2018

[9/27, 2:37 PM] Gurudev Observatory: ध्रुवीय बर्फ पूरे विश्व की क्लाइमेट चेंज के लिए भारी योगदान देता है l ज्यादा बर्फ यानी ज्यादा गर्मी का रिफ्लेक्शन l मगर पिछले कुछ दशकों से मानवीय सुख की अंधी दौड़ ने पैदा किए अत्यधिक गर्म वातावरण में इस बर्फ के पहाड़ों को पिघलना शुरू कर दिया है l अब वह अत्यधिक तेजी से पिघलते जा रहे हैं l 2018 सितंबर मैं भी सबसे ज्यादा पीगलन नजर आई है ,आंखें खोल देने वाला ग्राफ अवश्य देखें l जिसके चलते पृथ्वी का अलबेड़ो कम हो रहा है l समंदर में पानी बढ़ रहा है l प्रतिवर्ष 3 मिली मीटर के हिसाब से समंदर बढ़ रहे हैं l इन दोनों के चलते आने वाले कुछ ही साल में गर्मी अत्यधिक बढ़ जाएगी और समुद्र किनारे पर रहने वाले शहरों को डूबने का खतरा बढ़ेगा साथ में क्लाइमेट चेंज चरम सीमा पर होगी l क्या अब भी हम नहीं सोचेंगे माता वसुंधरा के लिए ? करे या मरे l अभी या कभी नहीं l दिव्य दर्शन पुरोहित ,गुरुदेव ऑब्जर्वेटरी ,गायत्री प्रज्ञापीठ, कारलीबाग ,वडोदरा l Credit: NASA & Other
[9/27, 2:37 PM] Gurudev Observatory: #Arcticice is melting dangerously & speedily due to our blind run for materialism. We are forcefully pushing #climatechange. Should we rethink? Now it is time to do for mother earth. Do or die. Now or never . #gurudevobservatory.co.in https://t.co/gQxE0dfDUa



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