Heliophysice: वेद और सूर्य विज्ञान: विश्व के सबसे प्राचीन दिव्य ज्ञान भण्डार है वेद। वेदो में सूर्य को सहस्त्रो नामो से सम्बोधित किया गया है। उसमे से एक नाम है " क्रान्तदर्शी " जिसका अर्थ होता है परिवर्तनकारी, क्रांतिकारी । अब विज्ञान भी इस सत्य को स्वीकारता है। उसके मुताबिक सूर्य में चुम्बकीय क्षेत्र ,विकिरण,ज्योति ,CME ,ज्वालायें ,आभामंडल ,सौरकवच,सौरपवन ,प्लाज्मा जैसे कोई भी क्षेत्र में होने वाले कोई भी बदलाव का सीधा असर पृथ्वी और अंततोगत्वा हम पर होता है। सूर्य ही युगपरिवर्तन करता है। इस दौरान सुरक्षा चक्र बनता है गायत्री मन्त्र , जो सूर्य से हमें सीधा जोड़ता है। इसीलिए सदैव गायत्री सुमिरन करते रहना चाहिए। दिव्यदर्शन पुरोहित http://www.gurudevobservatory.co.in/.
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