विज्ञान का अद्यतन अविष्कार बता रहा है की मानव पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र को और उसमे आये बदलाव को देख/समज सकता है। मानव के रेटिना का एक प्रोटीन व कुछ सेल्स इनके लिए जिम्मेदार है। इसका मतलब है की सूर्य साधना की मदद से सूर्य के प्रत्येक चुंबकीय बदलाव के कारण पृथ्वी के मेग्नेटिक फिल्ड में होने वाले परिवर्तन को देखा जा सकता है। जिससे व्यक्ति सहज ही भविष्यदृष्टा हो जाता है । और गुरुदेव वेधशाला की मान्यता तो यह भी है की सामूहिक साधना से इस मेग्नेटिक फिल्ड को बदला भी जा सकता है।
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