पृथ्वी के वातावरण में रही जलवाष्प रात्रि में पृथ्वी के विकिरण के चलते छोटे जल बिंदुओं में परिवर्तित हो जाती हैं और धुंध का रुप ले लेती हैं l यह बड़े शहरों में कार्बन पार्टिकल्स ,प्रदूषण व धूल के साथ मिल जाती हैं और स्मोग का निर्माण करती हैं l जो ज्यादा खतरनाक होती है l सूर्योदय का प्रकाश भी पृथ्वी पर देर से आता है l यह विजिबिलिटी घटा देती हैं lयह जाड़े के आने की निशानी भी हैं l शहरों में धुंध का बनना भारी प्रदूषण के खतरे की ओर इंगित करता है l
प्रस्तुति: #gurudevobservatory
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