Sunday, October 26, 2025

सूर्य षष्ठी

सूर्य षष्ठी: वेदों में सूर्य को "जगत की आत्मा" कहा गया है। खगोल विज्ञान भी कहता है कि सूर्य से ही पृथ्वी पर जीवन है। सूर्य का प्रत्येक बदलाव, पृथ्वी पर बदलाव पैदा करता है। इसीलिए सूर्य के अंदर समाहित उसकी आत्मा सविता को हर एक पर्व पर पूजने का, प्रतिदिन अर्घ्य देने का विधान ऋषियों ने किया था। सूर्य षष्ठी भी इसी में से एक पावन पर्व है। आप सबको सूर्य षष्ठी की मंगल बधाइयां पुरोहित परिवार,श्री गायत्री मंदिर और गुरुदेव वेधशाला की ओर से।
प्रस्तुति: #gurudevobservatory 
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