OMG: हमारी एक लाख प्रकाश वर्ष फैली आकाशगंगा के केंद्र में 7 सूर्य जितना बड़ा परन्तु 40 लाख सूर्य के वजन जितना भारी ब्लैक होल है। इस कृष्ण विवर को सेजिटेरियस A नाम दिया गया है। उसकी सर्व प्रथम पोलराइज्ड लाइट पर इवेंट होराइजन दूरबीन ने तस्वीर खींची है जिसे ESO ने आज रिलीज किया है । इसमें मैगनेटिक फील्ड स्पष्ट दिखाई दे रही है। और जेट निकलने की भी संभावना है। हमारे हृदय को जैसे विज्ञान ने देख लिया। नई खोज के द्वार खुल गए। जय हो विज्ञान। इमेज (C) ESO, EHT
VAYAM RASTRE JAGRUYAM PUROHITA
I FOLLOW YUGRISHI PT.SHRI RAM SHARAMA ACHARAYAJI.ACCORDING TO HIM WE ARE JAGAD GURU,WE HAVE TO STRENTHEN OUR COUNTRY,OUR PLANET AS A REAL MASTER "PUROHIT" . RIDVEDA SAID THIS AS "VAYAM RASTRE JAGRUYAM PUROHITA" MEANS WE ARE THE PERSON WHO HAVE COURAGE TO DEVELOP OUR GLOBE.
Wednesday, March 27, 2024
Monday, March 25, 2024
माता का प्यार
Mother's Love: माता का प्यार : आज रंगोत्सव पर्व की गोधूली बेला में गुरुदेव वेधशाला से दृश्यमान बिल्व वृक्ष की टहनियां सूर्य को जैसे गले लगा रही थी। इस मातृ प्रेम को पंछी देख रहे थे। प्रकृति हमसे भी यही चाहती है। उनसे हम प्यार करे। पर हम मूर्खो के स्वामियों ने प्रकृति को ही खो दिया और ग्लोबल वार्मिंग को गले लगा लिया। नतीजा नर्क सी जिंदगी। आओ चले गांव की और, प्रकृति की और वापिस । प्रस्तुति : #gurudevobservatory
Sunday, March 24, 2024
आज रंगोत्सव पर्व की ब्राह्मी वेला में श्री गायत्री मंदिर, करेलीबाग पर कमलहासिनी श्री गायत्री माता ।प्रस्तुति: #gurudevobservatory https://www.gurudevobservatory.co.in/
आज रंगोत्सव पर्व की ब्राह्मी वेला में श्री गायत्री मंदिर, करेलीबाग पर कमलहासिनी श्री गायत्री माता ।
प्रस्तुति: #gurudevobservatory
सूर्य ही परिवर्तन कर्ता
सूर्य ही परिवर्तनकर्ता: वेदो में बार बार कहा गया है की सूर्य का प्रत्येक बदलाव मानव मस्तिक पर हावी होता है। पहली बार इस वेद ऋचाओं को सत्यापित करने वाले न्यूरोसायंटिफिक प्रमाण मिले है। कोल्टेक की भूविज्ञानी , मनोचिकित्सक , न्यूरोइंजीनियर इत्यादि की टीम ने साबित कर दिया है की मानवीय मस्तिक में चुंबकीय क्षेत्र को रेस्पॉन्ड करने का कम्पास विद्यमान है जो पृथ्वी चुंबकीय क्षेत्र को समझता है। याद रहे की जिओमेगनेटिक फिल्ड पर सूर्य का प्रत्येक बदलाव असर करता है। पर याद रहे इसे ग्रहण से न जोड़े , यह सौर ज्वालाओं के संदर्भ में है । यानि की सूर्य का चुंबकीय बदलाव मानवीय मस्तिक को प्रभावित करता है। टीम ने देखा की कुछ लोग बदलाव में भी स्थिर रहते है ,पर क्यों यह समज नहीं आया। पर हम मानते है की ध्यान ,गायत्रीमंत्र का नियमित उच्चारण अल्फ़ा वेव्स को स्थिर बनाये रखता है जिसके चलते ऐसे साधक विपरीत बदलाव में भी मन को स्थितप्रज्ञ बनाये रखते है। हमारी इच्छा है की इस पर भी घनिष्ट रिशर्च होना चाहिए। प्रस्तुति: #gurudevobservatory http://www.gurudevobservatory.co.in/
सावधान
सावधान: कल 25/3/24 को पृथ्वी से टकरायेगा सौर तूफान। सूर्य के दो विस्मयकारी अत्यंत विराट दो जुड़वे सूर्य धब्बों से निकली X सौर ज्वाला से निकली CME कल रंग पर्व पर ही पृथ्वी से टकराएगी जिसके चलते G3 चुंबकीय तूफान आएगा और अपना रंग दिखायेगा । इमेज (C) SOHO, NASA,ESA
प्रस्तुति : #gurudevobservatory
Friday, March 22, 2024
बुध ग्रह को देखने का स्वर्णिम अवसर
बुध ग्रह को देखने का स्वर्णिम अवसर : खुल्ली आंखों से दिखाई देते पांच ग्रहों में से एक बुध को देखने का मौका कभी कभार ही मिलता है। इस बार 24/3/24 को वह पृथ्वी से सबसे ज्यादा कोणीय अंतर 19 डिग्री पर होने के कारण वह 23,24 और 25 मार्च को सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में 45 मिनिट तक दिखाई देगा। 2024 में इससे अच्छा वो किसी भी माह में नहीं दिखेगा। उसे देखे और माता प्रकृति का आभार माने। चित्र(C): NASA
प्रस्तुति: #gurudevobservatory
Thursday, March 21, 2024
पृथ्वी गोल है
पृथ्वी गोल है इसका पुख्ता सबूत: वेदों में अनादि काल से पृथ्वी को गोल बताया गया है। पर कुछ लोग अभी भी उसे सपाट ही समझ रहे है। ऐसे लोगो के लिए चंद्र ग्रहण बढ़िया प्रमाण है। क्योंकि किसी भी एंगल से केवल स्फीयर की अर्थात गोल पदार्थ की परछाई ही गोल दिखती है और सपाट पदार्थ की आयताकार, लंबाकार दिखती है। आप स्वयं भी अपने स्थान पर एक गेंद की और एक थाली की परछाई अलग अलग एंगल पर निकाल कर दीवार पर देख सकते है।
प्रस्तुति : #gurudevobservatory
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