जय हो : सूर्य,पृथ्वी और चंद्र को ईश्वर ने बनाया,उसे गति दी,उसीके कारण सूर्य ग्रहण का सर्जन हुआ। ऐसा ही एक अद्भुत ग्रहण अमरीका,कनाडा और मेक्सिकन देश के करोड़ों लोगों ने देखा। चित्रों में बेलिस बीड,कोरोना, खग्रास और खंडग्रास फेस साफ दिख रहे है। एक चित्र में तो स्पेस स्टेशन से पृथ्वी पर गिरती ग्रहण की परछाई भी दिख रही है। पर गुरुदेव वेधशाला को जो सबसे ध्यानाकर्षक बात लगी वो ग्रहण को उत्सव के रूप में देखना। बिना डर के करोड़ों लोग बाहर आए और ईश्वर की ही बनाई घटना को पाप नही अपितु पुण्य समझकर देखा। और हम वेद सृजेता विज्ञानी ऋषियों की संतान हमारे यहां ग्रहण नहीं दिखने वाला था फिर भी घर में दुबककर बैठ गए। जबकि वेदों में कहीं भी ऐसा नहीं कहा गया है। ग्रहण का असर राशियों पर क्या होगा? सूतक काल क्या होगा? इसी में उलझे रहे। यही अंध विश्वास कारण है की अमरीका नंबर वन पर है और हम चाहते हुए भी ,लाखो कोशिशों के बावजूद भी विश्व गुरु नहीं बन सके।इमेज (C) NASA,ISS, T&D & others
प्रस्तुति: #gurudevobservatory
No comments:
Post a Comment