Ever first concrete neuroscientific evidence suggest that humans do have a geomagnetic sense which respond to Earth's magnetic field.
वेदो में बार बार कहा गया है की सूर्य का प्रत्येक बदलाव मानव मस्तिक पर हावी होता है। पहली बार इस वेद ऋचाओं को सत्यापित करने वाले न्यूरोसायंटिफिक प्रमाण मिले है। कोल्टेक की भूविज्ञानी ,मनोचिकित्सक ,न्यूरोइंजीनियर इत्यादि की टीम ने साबित कर दिया है की मानवीय मस्तिक में चुंबकीय क्षेत्र को रेस्पॉन्ड करने का कम्पास विद्यमान है जो पृथ्वी चुंबकीय क्षेत्र को समझता है। याद रहे की जिओमेगनेटिक फिल्ड पर सूर्य का प्रत्येक बदलाव असर करता है। यानि की सूर्य का बदलाव मानवीय मस्तिक को। टीम ने देखा की कुछ लोग बदलाव में भी स्थिर रहते है ,पर क्यों यह समज नहीं आया। पर हम मानते है की ध्यान ,गायत्रीमंत्र का नियमित उच्चारण अल्फ़ा वेव्स को स्थिर बनाये रखता है जिसके चलते ऐसे साधक विपरीत बदलाव में भी मन को स्थितप्रज्ञ बनाये रखते है। मेरी इच्छा है की इस पर भी घनिष्ट रिशर्च होना चाहिए। #gurudevobservatory.co.in
Data Credit: Caltech ,Image credit: JPL,NASA,ESA
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