Monday, March 25, 2024

माता का प्यार

Mother's Love: माता का प्यार : आज रंगोत्सव पर्व की गोधूली बेला में गुरुदेव वेधशाला से दृश्यमान बिल्व वृक्ष की टहनियां सूर्य को जैसे गले लगा रही थी। इस मातृ प्रेम को पंछी देख रहे थे। प्रकृति हमसे भी यही चाहती है। उनसे हम प्यार करे। पर हम मूर्खो के स्वामियों ने प्रकृति को ही खो दिया और ग्लोबल वार्मिंग को गले लगा लिया। नतीजा नर्क सी जिंदगी। आओ चले गांव की और, प्रकृति की और वापिस । प्रस्तुति : #gurudevobservatory 
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