ऋषिसत्ता की तपोभूमि हिमालय के गंगोत्री ग्लेसियर ,जो की पृथ्वी का तीसरा ध्रुव है ,उसकी ESA के सेंटिनल-2 उपग्रह ने तस्वीर खींची है। ग्लेसिअर चित्र के निचे दायी और दिख रहा है। जब की इस ग्लेसिअर से निकली भागीरथी जो बाद में अलकनंदा और फिर माँ गंगा कहलाती है वो इस गंगोत्री से 20 किलोमीटर दूर गौमुख से निकलती है। यह गौमुख चित्र के बायीं और ऊपर दिख रहा है। पुरे क्षेत्र को शुद्ध जल की आपूर्ति करने वाला और पुरे विश्व की धार्मिक आस्था की केंद्र माँ गंगा का जनक यह गंगोत्री ग्लेशियर्स प्रति वर्ष 10 मीटर के हिसाब से पिघल रहा है ,सिकुड़ रहा है। भागीरथी को बचाने अब कौन कौन भगीरथ बनेंगे यह तो काल है बताएगा।
Image credit & Copyright : ESA
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